जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने का सपना देख रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। नागरिक उड्डयन महानिदेशक फैज अहमद किदवई ने जानकारी दी है कि जेवर एयरपोर्ट का रनवे पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन टर्मिनल और यात्री सुविधाओं से जुड़ा निर्माण कार्य अब भी बाकी है। इसी कारण उड़ानों की शुरुआत में कुछ देरी तय मानी जा रही है।
जेवर बनेगा MRO हब
किदवई ने बताया कि, जेवर एयरपोर्ट भविष्य में मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहालिंग (MRO) के हब के रूप में विकसित किया जाएगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर लोड बढ़ने के कारण जेवर का महत्व और बढ़ गया है। यहां से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन प्रस्तावित है, जिससे उत्तर भारत के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। गौरतलब है कि जेवर एयरपोर्ट को सितंबर 2024 तक चालू करने की योजना थी, लेकिन टर्मिनल निर्माण में हो रही देरी के कारण यह लक्ष्य फिलहाल आगे खिसकता दिख रहा है।
अलीगढ़ एयरपोर्ट पर भी काम जारी
अलीगढ़ एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर भी किदवई ने जानकारी दी कि, यह राज्य सरकार के अधीन है और उसी के स्तर पर कार्य किया जा रहा है। फिलहाल यहां से प्रशिक्षण उड़ानें संचालित हो रही हैं और भविष्य में घरेलू उड़ानों की शुरुआत की उम्मीद है।
पायलटों को अब मिलेगा ज्यादा आराम
पायलटों के वर्क-लाइफ बैलेंस को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की गई है। अब सभी विमान कंपनियों के पायलटों को 48 घंटे का साप्ताहिक आराम मिलेगा। यह नियम 1 जुलाई 2025 से लागू होगा। पहले यह समय सीमा 36 घंटे थी। यह बदलाव कोर्ट के आदेश के तहत किया जा रहा है।
एएमयू से जुड़ी पुरानी यादें
फैज अहमद किदवई अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में मदरसा-उल-उलूम के 150वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा, “एएमयू में बिताया वक्त मेरी ज़िंदगी के बेहतरीन दिनों में से है। यहां से मैंने बहुत कुछ सीखा है।”