दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र के रूप में विकसित होने वाला ‘नया नोएडा’ एक कदम और आगे बढ़ाया है। गौरतलब है कि कि डीएनजीआइआर करीब 209.11 वर्ग किमी में बसाया जाना है जिसमें ग्रेटर नोएडा व बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन शामिल है। वहीं अवैध निर्माण को रोकने के लिए डक ड्रोन सर्वे और अधिसूचना की तारीख का सेटेलाइट मैप भी लिया जाएगा
दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआइआर) के रूप में विकसित होने वाला ‘नया नोएडा’ एक कदम और आगे बढ़ाया है। नियोजन विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक वैभव गुप्ता को ‘नया नोएडा’ का नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है, जिनके निर्देश पर अब अधिसूचित जमीन पर बोर्ड लगाए जाएंगे।
लिखा जाएगा कि यह जमीन डीएनजीआइआर के लिए अधिसूचित है”। यहां किसी प्रकार का निर्माण करना अवैध माना जाएगा। बता दें कि डीएनजीआइआर करीब 209.11 वर्ग किमी में बसाया जाना है, जिसमें ग्रेटर नोएडा व बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन शामिल है। इसके लिए 18 अक्टूबर 2024 में शासन से अधिसूचना जारी की गई थी।
तय की जाएगी मुआवजा दर तय
प्राधिकरण अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल ने बताया कि नोडल अधिकारी की नियुक्ति के साथ यहां जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द की जाएगी। इससे पहले मुआवजा दर तय की जाएगी।
इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, बुलंदशहर के डीएम से बातचीत की गई है। वहीं अवैध निर्माण को रोकने के लिए डक ड्रोन सर्वे और अधिसूचना की तारीख का सेटेलाइट मैप भी लिया जाएगा। उस दिन के बाद यहां जितना भी निर्माण किया गया है या किया जा रहा है उसे अवैध माना जाएगा।
आपसी सहमति से जमीन लेने की तैयारी
नया नोएडा के लिए जमीन का अधिग्रहण किसानों से आपसी सहमति के आधार किया जाएगा। यहां मुआवजा रेट क्या होगा इस पर विस्तार से चर्चा की गई। हालांकि अभी कोई निर्णायक फैसला नहीं हुआ है। सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
जबकि नया नोएडा को 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा। प्रत्येक गांव में करीब 200 किसान परिवार है। यानी कुल 16 हजार किसान परिवार है, जिनके साथ बैठक की जाएगी। पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।